बाबा साहेब ने धर्म की स्वतंत्रता संविधान में दी है,गरीबी यानि आर्थिक कमी,हमे अपने अंदर के मनुवाद को भी को भी टटोलना है,हमारे रघो में जम चूका है,मनुवाद की परंपरा,रीतिरिवाज,जन...
पशु को गोद खिलाने वाले, मुझको छूने से बचते थे। मेरी छाया पड़ जाने पर, 'गोमूत्र का छीँटा' लेते थे।। पथ पर पदचिन्ह न शेष रहेँ झाडू बाँध निकलना होता था। धरती पर थूक न गिर जाये, हाथ स...
🕉मृत्युभोज कुप्रथा है🕉 *मृत्युभोज का तमाशा* लेकिन इधर तो परिजन के बिछुड़ने के साथ एक और दर्द जुड़ जाता है। मृत्युभोज के लिए 2 लाख से 5 लाख रुपये तक का साधारण इन्तज़ाम करने क...
👌🏻मृत्युभोज से ऊर्जा नष्ट होती है महाभारत के अनुशासन पर्व में लिखा है कि ..... मृत्युभोज खाने वाले की ऊर्जा नष्ट हो जाती है। जिस परिवार में मृत्यु जैसी विपदा आई हो उसके साथ इस ...