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जनवरी, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Dasha

बाबा साहेब ने धर्म की स्वतंत्रता संविधान में दी है,गरीबी यानि आर्थिक कमी,हमे अपने अंदर के मनुवाद को भी को भी टटोलना है,हमारे रघो में जम चूका है,मनुवाद की परंपरा,रीतिरिवाज,जन...

अतित को जानों

पशु को गोद खिलाने वाले, मुझको छूने से बचते थे। मेरी छाया पड़ जाने पर, 'गोमूत्र का छीँटा' लेते थे।। पथ पर पदचिन्ह न शेष रहेँ झाडू बाँध निकलना होता था। धरती पर थूक न गिर जाये, हाथ स...

Mrityubhoj ek kuprtha

🕉मृत्युभोज कुप्रथा है🕉 *मृत्युभोज का तमाशा* लेकिन इधर तो परिजन के बिछुड़ने के साथ एक और दर्द जुड़ जाता है। मृत्युभोज के लिए 2 लाख  से 5 लाख रुपये तक का साधारण इन्तज़ाम करने क...

Jeevno doro ho gyo

जीवणों दौरो होग्यो ----------------------- घणां पालिया शौक जीवणों दोरो होग्यो रे देवे राम नें दोष जमानों फौरो होग्यो रे च्यारानां री सब्जी ल्यांता आठानां री दाल दोन्यूं सिक्का चाले कोनीं ...

मृत्युभोज एक अभिशाप

👌🏻मृत्युभोज से ऊर्जा नष्ट होती है महाभारत के अनुशासन पर्व में लिखा है कि ..... मृत्युभोज खाने वाले की ऊर्जा नष्ट हो जाती है। जिस परिवार में मृत्यु जैसी विपदा आई हो उसके साथ इस ...