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बढ़ेरा री बाता

आपणां बडेरा ------------------- बडेरां रो काम चालतो अंगूठा री छाप सुं दीखणं में गिंवार हा लाखां रो बिजनस कर लेंता ब्याजूणां दाम दियां पेली अडाणें गेणां धर लेंता च्यार महीनां खपता हा बारा...

Kunwara ki vythA

कुँँवारा री पीडा" दुनिया का सब 'कुँवारा'मिल कर, मीटिंग है बुलवाई । जा कर के 'भगवान' के आगे अर्जी एक लगाई ।। अर्जी एक लगाई, "प्रभु"म्हारी नैया पार लगावो। काई बिगाड्यो थाँ को, म्हा...

हास्य काव्य

आपणा_बडेरा_केयग्या _________________ बाग बिगाङे बांदरो,सभा बिगाङे फूहङ । लालच बिगाङे दोस्ती,करे केशर री धूङ ।। जीभड़ल्यां इमरत बसै,जीभड़ल्यां विष होय। बोलण सूं ई ठा पड़ै,कागा कोयल दोय।...